मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस (5 सितम्बर) पर कई बड़े ऐलान किए हैं, जो सीधे तौर पर बेसिक, माध्यमिक, ऐडेड और वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और रसोइयों को लाभ देंगे।
मुख्य घोषणाएँ
1. कैशलेस इलाज की सुविधा
प्रदेश सरकार अब सभी शिक्षकों को कैशलेस मेडिकल ट्रीटमेंट की सुविधा देगी।
इस योजना में शिक्षामित्र, अनुदेशक और रसोइए भी शामिल होंगे।
2. मानदेय में बढ़ोतरी
शिक्षामित्र और अनुदेशकों के मानदेय को बढ़ाने के लिए समिति बनाई गई है।
समिति की रिपोर्ट मिलते ही नया निर्णय लिया जाएगा और मानदेय बढ़ाया जाएगा।
3. सम्मान एवं पुरस्कार
प्रदेश के 81 शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इनमें 66 बेसिक शिक्षा के और 15 माध्यमिक शिक्षा के शिक्षक शामिल रहे।
4. डिजिटल और शैक्षिक पहल
एससीईआरटी द्वारा कहानी संग्रह "गुल्लक वाल वाटिका",
शैक्षिक नवाचारों की पुस्तिका "उद्गम" और उद्गम डिजिटल प्लेटफॉर्म का शुभारंभ।
1236 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में स्थापित स्मार्ट क्लास का लोकार्पण।
5. सरकार का दृष्टिकोण
संदीप सिंह (राज्य मंत्री, बेसिक शिक्षा): शिक्षक राष्ट्र की रीढ़ हैं, सरकार आधुनिक पद्धति से गुणवत्तापूर्ण और समान शिक्षा उपलब्ध करा रही है।
गुलाब देवी (माध्यमिक शिक्षा मंत्री): योगी सरकार ने नकल माफियाओं पर पूरी तरह नकेल कसी है, सख्त दंड का प्रावधान किया गया है।
सम्मानित शिक्षक
बेसिक शिक्षा से: संतोष कुमार सिंह (भदोही), रेनू सिंह (मेरठ), मोहिनी श्रीवास्तव (लखीमपुर खीरी), डॉ. रीना मिश्रा (प्रयागराज), प्रमोद कुमार सिंह (गोरखपुर)
माध्यमिक शिक्षा से: रामप्रकाश गुप्त (हमीरपुर), कोमल त्यागी (गाजियाबाद), चमन जहां (बरेली), जंग बहादुर (जौनपुर), डॉ. वीरेंद्र कुमार पटेल (गोरखपुर)
निष्कर्ष
प्रदेश सरकार की यह पहल यदि सही ढंग से लागू होती है तो लाखों शिक्षकों और उनके परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा और आर्थिक लाभ मिलेगा। साथ ही स्मार्ट क्लास और डिजिटल प्लेटफॉर्म से बच्चों को आधुनिक और रोचक शिक्षा भी उपलब्ध होगी।