सेमिकॉन इंडिया 2025 : भारत बनेगा सेमीकंडक्टर हब


परिचय
भारत में मंगलवार से सेमिकॉन इंडिया की शुरुआत होने जा रही है, जिसमें बहुत सारे देश अपने सेमीकंडक्टर चिप्स के कैंप्स लगाएंगे। इसमें सभी देशों की तकनीक देखने को मिलेगी। इस प्रोजेक्ट से भारत का सेमीकंडक्टर विश्वगुरु बनने के लक्ष्य में बढ़ोतरी दिख सकती है।

क्या है सेमिकॉन इंडिया
सेमिकॉन इंडिया एक सालाना सम्मेलन है, जो बहुत सारे देशों की सेमीकंडक्टर चिप्स बनाने वाली कंपनियों के बीच होता है। इसमें बहुत सारी तकनीकों के बीच गहन चर्चा की जाएगी जैसे AI, 5G, 6G प्रोजेक्ट और अन्य विषय।
राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में कई देशों की कंपनियां आकर अपनी तकनीक को साझा करती हैं और अपनी सेमीकंडक्टर चिप की परफॉर्मेंस का भी प्रदर्शन करती हैं। इस प्रोजेक्ट में 48 देशों के 500 प्रतिनिधि प्रतिभाग कर रहे हैं और 20,500 से भी ज्यादा लोग इस सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। यह सम्मेलन प्रतिवर्ष होता है और 2022, 2023 और 2024 के वर्षों में भी आयोजित हुआ था।
2022 में इसका आयोजन बेंगलुरु में किया गया था, 2023 में गांधीनगर और 2024 में ग्रेटर नोएडा में इसका आयोजन हुआ। इस सम्मेलन की खास बात यह है कि इसमें वैश्विक स्तर के 50 नेता तथा 350 से भी ज्यादा वक्ता होंगे। यहां 300 से ज्यादा कंपनियां अपनी तकनीक को साझा करेंगी। साथ ही राज्य सरकारों के हिसाब से अलग-अलग सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें राज्य सरकारें अपनी नीतियों के अनुसार इन सेमीकंडक्टरों को अपने राज्यों में प्रयोग करेंगी।
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को बढ़ावा देना है, जिससे भारत सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग का विश्वगुरु बन सके।


पीएम मोदी भी होंगे शामिल
यह सम्मेलन मंगलवार से शुरू होगा और अगले तीन दिनों तक चलेगा। इसकी खास बात यह है कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को शामिल होने की पुष्टि की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में शामिल होंगे तथा सभी कंपनियों के सीईओ से भी मुलाकात करेंगे। यह कई कंपनियों के लिए निवेश पाने का बहुत अच्छा मौका है। इसी कारण सभी कंपनियां अपने सेमीकंडक्टर चिप्स के प्रदर्शन की तैयारी में जोर-शोर से जुट गई हैं।


मुख्य लक्ष्य
इस सम्मेलन का मुख्य लक्ष्य है कि भारत सेमीकंडक्टर चिप्स बनाने वाले देशों में नंबर एक बन सके। इस सम्मेलन में कई चर्चाएं होंगी, जैसे निवेश के तरीके और अन्य विषय। साथ ही, भारत सरकार भी अच्छी कंपनियों में निवेश करेगी।

सेमीकॉन इंडिया की शुरुआत
सेमीकॉन की शुरुआत 2022 में की गई थी, जिसका पहला सम्मेलन बेंगलुरु में आयोजित किया गया था। अब भारत किसी देश पर सेमीकंडक्टर चिप्स के लिए निर्भर नहीं रहेगा। जब कोरोना के दौरान भारत में चिप्स की कमी आई, तब भारत सरकार ने 76,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट की घोषणा की।

सम्मेलन में और क्या होगा
इस सम्मेलन में 6 देशों की राउंड टेबल चर्चाएं होंगी और अलग-अलग मंडप भी लगेंगे, जिनमें सभी देश अपनी-अपनी तकनीकों का प्रदर्शन करेंगे।

सेमिकॉन इंडिया 2025 से जुड़े सवाल-जवाब

सेमिकॉन इंडिया 2025 क्या है?

यह एक वार्षिक सम्मेलन है जिसमें सेमीकंडक्टर कंपनियां और तकनीकी विशेषज्ञ अपनी नई तकनीक और चिप्स का प्रदर्शन करते हैं।

इस बार सम्मेलन कहां हो रहा है?

सेमिकॉन इंडिया 2025 का आयोजन भारत में किया जा रहा है, जिसमें 48 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

इस सम्मेलन में कौन-कौन शामिल होंगे?

इसमें 500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि, 300 कंपनियां, 350 वक्ता और पीएम मोदी भी शामिल होंगे।

सेमिकॉन इंडिया 2025 का मुख्य उद्देश्य क्या है?

भारत को सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना और विदेशी निवेश आकर्षित करना इसका मुख्य उद्देश्य है।

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